अक्सर यह कहा जाता है कि बीमारी शरीर पर अपने अलग तरह के निशान छोड़ती है. इसलिए शरीर पर होने वाले निशान को हल्के में न लें बल्कि बीमारी के शुरुआती संकेत को पहचानें. बचपन में होठों का रंग हमेशा गुलाबी होता लेकिन समय के साथ इनका रंग बदलने लगता है. समय के साथ-साथ होंठ रंग का जामुनी , व्हाइट और काला पड़ने लगता है. होठों का रंग बदलना कई बीमारी के शुरुआती संकेत होते हैं. होठों का रंग बदलना शरीर में होने वाली गड़बड़ी का संकेत होते हैं.
आपके होठों के रंग का क्या मतलब है ?
लाल होंठ
होंठ का रंग पिंक दिखने के बजाय अगर लाल दिखने लगते तो यह संकेत लिवर संबंधी बीमारी का संकेत है. किसी व्यक्ति की लिवर में गड़बड़ी होती है तो होंठ का रंग लाल दिखने लगता है. शरीर में किसी भी तरह का एलर्जी होती है तब भी होंठ का रंग लाल होने लगता है.
आपके होठों के रंग का क्या मतलब है?
लाल होंठ
होंठ का रंग पिंक दिखने के बजाय अगर लाल दिखने लगते तो यह संकेत लिवर संबंधी बीमारी का संकेत है. किसी व्यक्ति की लिवर में गड़बड़ी होती है तो होंठ का रंग लाल दिखने लगता है. शरीर में किसी भी तरह का एलर्जी होती है तब भी होंठ का रंग लाल होने लगता है.
पीले और सफेद होंठ
होंठों का रंग पीला और व्हाइट पड़ने लगता है तो इसका साफ कारण है आप एनीमिया से पीड़ित हैं. शरीर में खून में कमी होने के कारण होंठ सफेद होने लगता है. इसके अलाव ब्लड में बिलुरुबिन का लेवल जब बढ़ने लगता है तो होंठ का रंग पीला दिखने लगता है. कई बार वायरल इंफेक्शन के कारण भी होंठ का रंग पीला और सफेद होने लगता है.
काले होंठ
ज्यादा ब्यूटी प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल के कारण होंठ का रंग काला पड़ने लगता है. इन सब के अलावा जो लोग सिगरेट ज्यादा पीते हैं उनके भी होंठों का रंग काला पड़ने लगता है.
जामुनी होंठ
कई बार ज्यादा ठंड लगने के कारण होंठ का रंग बदलने लगता है और जामुनी कलर का दिखने लगता है. जिन लोगों को दिल या फेफड़ें संबंधित बीमारी होती है उनके होंठों का रंग भी जामुनी रंग का दिखता है. साथ ही जिन लोगों को पेट और पाचन संबंधित दिक्कतें होती है उनके होठों का रंग भी जामुनी रंग का दिखाई देता है.